इस दिवाली: नकली “नेचुरल” नहीं, सच्चा भरोसा चुनें | दिवाली सिर्फ रोशनी का त्योहार नहीं, यह नए विश्वास, नई उम्मीद और नई शुरुआत का प्रतीक है।हम अपने घर को रोशन करते हैं, रिश्तों को संजोते हैं और खुद का ख्याल रखने का संकल्प लेते हैं। लेकिन एक सवाल आज भी खड़ा है… जब दुनिया “Natural” का नाम लेकर हमसे खेल रही है, तब हम सच्चाई कहाँ ढूंढें? 🌿 बाजार में Natural का मतलब क्या सच में “प्राकृतिक” है? आजकल हर दूसरा ब्रांड “Herbal”, “Organic” या “Natural” होने का दावा करता है।पर जब हम लेबल